कहानी ............ भाग -२(story ......... part-2)

           कहानी। ......................


  ब्रिजेश और गौतम की पक्की दोसती। छुट्टियों के दिन ,ब्रिजेश  को अयुशिसे लगाव और गौतम को जानवी से प्रेम । दोनों अपनी प्रेमिका से सोशियल नेटवर्क पर बातें होना किन्तु अपनी भावनाएं न बतापाना ।

  ब्रिजेश अपने फूफा के लड़के को यानी चिनू को अपनी सारी भावनाएं जो आयुषी के प्रती थी वह बता देता है क्योंकि आयुषी और चीनू दोनों भाई बहन थे। और भाई बहन से बढ़कर दोनों में दोस्ती थी ।इसीलिए ब्रीजेश ने चीनू को अपनी सारी भावनाएं बता दी क्योंकि उसे मालूम था कि चीनू , आयुषी को बताए बिना रहंगा नहीं । ऐसे ब्रिजेश और आयुषी की बातचीत तो वैसे ही चली रहती है। वैसे एक पूरा साल फिर से गुजर जाता है। पर फिर भी ब्रीजेश अपनी सारी भावनाएं आयुषी को  नहीं बता पाया ।  

   एक दिन आयुषी मुंबई से वापस अपने गांव आती है। तब चीनू बातों बातों में ब्रीजेश के बारे में बताता है। तब ब्रीजेश के बारे में सुनकर वो साफ साफ मना कर देती है । क्योंकि वो ब्रिजेश के बारेमें  बहुत कम जानती थी। दूसरे दिन चीनू ने ब्रीजेश को कॉल करके यह सारी बात बता दी और ब्रीजेश तुरंत वहां पर पहुंचा। ब्रीजेश ने देखा तो वहां आयुषी ब्रिजेशसे बहुत कम बातें करने लगती है । ब्रीजेश उनसे बातें करने का प्रयास करता है। लेकिन आयुष उनसे बात ही नहीं करना चाहती। ब्रीजेश ने कई बार मनाया लेकिन मानने  के लिए तैयार ही नहीं थी और आखिरकार ब्रीजेश को अपनी भावनाओं को दफन करना पड़ता है ।

 अपने साथ बनी सारी घटना ब्रीजेश अपने मित्र गौतम को बताता है। गौतम उसे आश्वासन देते हुई कहता है कि " वो तुम्हारे बारे में कुछ नहीं जानती इसीलिए उसने मना किया होगा , जब तुम्हारे बारे में सोचेगी तब उसे पछतावा होगा देखना तूम , एक ना एक दिन जरूर उसे पछतावा होगा । "

  फिर से दोनों अपने रूटिन क्रिया में जुड़ जाते हैं। दोनों अपने ट्रेन के मित्रों और उसमें रहे एक बुजुर्ग , वो सब साथ साथ ही मुसाफिर करते हैं। वह मुसाफिरी के दौरान सब लोग यहां वहां की बातें करते हैं और मजाक मस्ती करते हैं । असेमे सभी मित्रोकी प्रेम कहानी बताने का निश्य किया ।  गौतम की बारी आयी, तो सभी को लगा था कि वह तो एक सीधा साधा लड़का है और गांव का लड़का है तो क्या उसकी प्रेम कहानी हो सकती है ? ऐसा  सभी मित्रों के चेहरों पर ऐसा भाव नजर आ रहा था।  गौतम ने अपनी प्रेम कहानी के बारे में कहा कि जी हां मुझे भी एक लड़की से प्यार हो गया है।  और वह मेरे कॉलेज में पढ़ रही है। लेकिन में अभीभी में उसे अपने प्रेम का इजहार नहीं कर पाया हूं। 

  गौतम के प्रेम की बात सुनकर सभी मित्रो ने कहाकि अपनी सारी भावनाएं उसे बतादेनी चाहिए वरना बदमे बहुत पछताना पड़ता है । ऐसा बताया और उसमे बुजुर्ग मित्रने भी एक  उदाहरण दिखाया और उसने भी कहा कि " तुम्हे   इस पार या उस पार होजाना चाहिए।" गौतम अपनी सारी भावनाएं बताना चाहता था लेकिन उसे डर रहताथा की, मैने उसे बतादिया तो वो कहीं मुझसे दूर ना हो जाए । वह उसे खोना नहीं चाहता था । लेकिन सब की बाते सुनकर उसेभी लगा कि मुझे कहदेना चाहिए ।  और एक दिन गौतम ने सोशीयल मीडिया पर अपने प्रेम का इजहार करता हुआ मैसेज छोड़ देता  है। मैसेज छोड़ते वक्त इसके दिल की धड़कन बढ़ जाती हैं।

  दोनों मित्र एक दिन जब कालेज से घर वापस आते थे तब  ब्रिजेश ने अपने फूफा के लड़के को कॉल लगाया तो वह दूसरे कॉल पर बात करता हुआ नजर आया ।क्योंकि  वो अपनी सखी रूहानी से बात कर रहा था फर्भी  उसने ब्रिजेश को  कॉन्फ्रेंस में लिया और तीनों अब आपस में बाते करते है । ब्रिजेश की बातों से रूहानी प्रभावित हो जाती है । और वेसेही कभी कभी तीनों बाते करते रहते थे । अब तो रूहानी और ब्रिजेश दोनों  ही बाते करने लगते है । क्योंकि चीनू  अपने काम की वजह से व्यस्त रहता था । अब रूहानी और ब्रिजेश की दोस्ती बढ़ती जा रही है।